उपन्यासकार राधाकृष्ण का जीवन परिचय
$$ राधाकृष्ण $$
®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनिया ®®
जन्म- 8 सितंबर, 1910
जन्म -भूमि रांची, (झारखंड)
मृत्यु -3 फ़रवरी, 1979
कर्म-क्षेत्र -उपन्यासकार, कहानीकार, नाटककार, व्यंग्यकार, कवि
भाषा -हिंदी
#रचनाएं:-
#उपन्यास:-
फुटपाथ
रूपांतर
बोगस
सनसनाते सपने
सपने बिकाऊ हैं
अल्ला कसम (अधुरा)
जमीन का टुकड़ा (अधुरा)
फिर फाहियान आया (अधुरा)
कवि का आविर्भाव (अधुरा)
#कहानी संग्रह:-
रामलीला
सजला
गेंद और गोल
गल्पिका
#व्यंग्य संग्रह:-
चंद्रगुप्त की तलवार
#नाटक:-
भारत छोड़ो
बिगड़ी हुई बात
#एकांकी:-
अधिक अन्न उपजाओ
#विशेष:-
-राधाकृष्ण रांची में एक समाज कल्याण विभाग की पत्रिका के संपादक थे। इनमें चुटीले व्यंग लिखने की अद्भुत शक्ति थी।
-ये प्रेमचंद के ‘हंस’ के समय से ही लिखते रहे।
-राधाकृष्ण की कहानियों में देश एवं समाज की कुरीतियों पर गहरा व्यंग्य रहता है।
®® संकलनकर्ता-रविन्द्र पुनिया ®®
®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनिया ®®
जन्म- 8 सितंबर, 1910
जन्म -भूमि रांची, (झारखंड)
मृत्यु -3 फ़रवरी, 1979
कर्म-क्षेत्र -उपन्यासकार, कहानीकार, नाटककार, व्यंग्यकार, कवि
भाषा -हिंदी
#रचनाएं:-
#उपन्यास:-
फुटपाथ
रूपांतर
बोगस
सनसनाते सपने
सपने बिकाऊ हैं
अल्ला कसम (अधुरा)
जमीन का टुकड़ा (अधुरा)
फिर फाहियान आया (अधुरा)
कवि का आविर्भाव (अधुरा)
#कहानी संग्रह:-
रामलीला
सजला
गेंद और गोल
गल्पिका
#व्यंग्य संग्रह:-
चंद्रगुप्त की तलवार
#नाटक:-
भारत छोड़ो
बिगड़ी हुई बात
#एकांकी:-
अधिक अन्न उपजाओ
#विशेष:-
-राधाकृष्ण रांची में एक समाज कल्याण विभाग की पत्रिका के संपादक थे। इनमें चुटीले व्यंग लिखने की अद्भुत शक्ति थी।
-ये प्रेमचंद के ‘हंस’ के समय से ही लिखते रहे।
-राधाकृष्ण की कहानियों में देश एवं समाज की कुरीतियों पर गहरा व्यंग्य रहता है।
®® संकलनकर्ता-रविन्द्र पुनिया ®®
ज्ञानवर्धक
ReplyDeleteसर जी बहुत ही ज्ञानवर्धक पोस्ट
ReplyDeleteइनकी रचनायें कहाँ मिलेंगी
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