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Showing posts from 2018

ई व ती में अंतर

हिंदी लिखने में असावधानी के कारण होने वाली भूलों के संबंध में एक ज्ञानवर्धक पोस्ट -- लोग अक़्सर 'ई' और 'यी' में, 'ए' और 'ये' में और 'एँ' और 'यें' में जाने-अनजाने गड़बड़ करते हैं...। कहाँ क्या इस्तेमाल होगा, इसका ठीक-ठीक ज्ञान होना चाहिए...। जिन शब्दों के अन्त में 'ई' आता है वे संज्ञाएँ होती हैं क्रियाएँ नहीं... जैसे: मिठाई, मलाई, सिंचाई, ढिठाई, बुनाई, सिलाई, कढ़ाई, निराई, गुणाई, लुगाई, लगाई-बुझाई...। इसलिए 'तुमने मुझे पिक्चर दिखाई' में 'दिखाई' ग़लत है... इसकी जगह 'दिखायी' का प्रयोग किया जाना चाहिए...। इसी तरह कई लोग 'नयी' को 'नई' लिखते हैं...। 'नई' ग़लत है , सही शब्द 'नयी' है... मूल शब्द 'नया' है , उससे 'नयी' बनेगा...। क्या तुमने क्वेश्चन-पेपर से आंसरशीट मिलायी...? ( 'मिलाई' ग़लत है...।) आज उसने मेरी मम्मी से मिलने की इच्छा जतायी...। ( 'जताई' ग़लत है...।) उसने बर्थडे-गिफ़्ट के रूप में नयी साड़ी पायी...। ('पाई' ग़लत है...।) अब आइए ...

लीलाधर जगूड़ी का जीवन परिचय

$$ लीलाधर जगूड़ी $$ ®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनियां ®® जन्म :- 1 जुलाई 1944, जन्म स्थान:- धंगड़, टिहरी (उत्तराखंड) भाषा :- हिंदी विधाएँ :- कविता, गद्य, नाटक काल- आधुनिक काल युग- नयी कविता युग #रचनाएँ:- #कविता संग्रह :- शंखमुखी शिखरों पर,1964 नाटक जारी है,1972 इस यात्रा में, 1974 रात अब भी मौजूद है, 1976 बची हुई पृथ्वी, 1977 घबराए हुए शब्द, 1981 भय भी शक्ति देता है, अनुभव के आकाश में चाँद, महाकाव्य के बिना, ईश्वर की अध्यक्षता में, खबर का मुँह विज्ञापन से ढँका है #नाटक :- पाँच बेटे #गद्य :- मेरे साक्षात्कार #पुरस्कार:- साहित्य अकादमी पुरस्कार, (मगध रचना के लिए-1987 में) पद्मश्री सम्मान, रघुवीर सहाय सम्मान नोट:- संकलन में कोई त्रुटि हो तो जरूर बताएं| - आपको हमारा संकलन कैसा लगा अपनी राय जरूर दे| ®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनियां ®®

जयशंकर प्रसाद

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©©© जयशंकर प्रसाद ©©© ®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनियां ®® जयशंकर प्रसाद (जन्म- 30 जनवरी, 1889 ई., वाराणसी, उत्तर प्रदेश, मृत्यु—15 नवम्बर, सन् 1937), भावना-प्रधान कहानी लेखक। काव्य आत्मा की संकल्पनात्मक अनुभूति है। —प्रसाद शाश्वत चेतना जब श्रेय ज्ञान को मूल चारुत्व में ग्रहण करती है, तब काव्य का सृजन होता है। —प्रसाद काव्य में आत्मा की संकल्पनात्मक मूल अनुभूति की मुख्यधारा रहस्यवाद है। —प्रसाद आधुनिक युग का रहस्यवाद उसी प्राचीन आनन्दवादी रहस्यवाद का स्वभाविक विकास है। —प्रसाद कला स्व को कलन करने या रूपायित करने का माध्यम है। —प्रसाद सर्वप्रथम छायावादी रचना 'खोलो द्वार' 1914 ई. में इंदु में प्रकाशित हुई। -हिंदी में 'करुणालय' द्वारा गीत नाट्य का भी आरंभ किया। #नाटक और रंगमंच प्रसाद ने एक बार कहा था— “रंगमंच नाटक के अनुकूल होना चाहिये न कि नाटक रंगमंच के अनुकूल।” #आरम्भिक रचनाएँ- जयशंकर प्रसाद की आरम्भिक रचनाएँ यद्यपि ब्रजभाषा में मिलती हैं। प्रसाद की ही प्रेरणा से 1909 ई. में उनके भांजे अम्बिका प्रसाद गुप्त के सम्पादकत्व में "इन्दु" नामक मासिक पत्...

हरिवंशराय बच्चन

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$$ हरिवंश राय बच्चन $$ ®®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनिया ®® जन्म - 27 नवम्बर 1907 इलाहाबाद, आगरा, ब्रितानी भारत (अब उत्तर प्रदेश, भारत) मृत्यु -18 जनवरी 2003 (उम्र 95) मुम्बई, महाराष्ट्र, अभिभावक - प्रताप नारायण श्रीवास्तव, सरस्वती देवी पति/पत्नी - श्यामा बच्चन, तेजी सूरी संतान- अमिताभ बच्चन, अजिताभ बच्चन उपजीविका- कवि, लेखक, प्राध्यापक भाषा- अवधी, हिन्दी काल- आधुनिक काल ,छायावादी युग (व्यक्ति चेतना प्रधान काव्यधारा या हालावाद ) - हालावाद के प्रवर्तक #रचनाएं:- #कविता संग्रह :- . तेरा हार (1929),(प्रथम) . मधुशाला (1935), . मधुबाला (1936), . मधुकलश (1937), . निशा निमंत्रण (1938), . एकांत संगीत (1939), . आकुल अंतर (1943), . सतरंगिनी (1945), . हलाहल (1946), . बंगाल का अकाल (1946), . खादी के फूल (1948), . सूत की माला (1948), . मिलन यामिनी (1950), .प्रणय पत्रिका (1955), .धार के इधर उधर (1957), .आरती और अंगारे (1958), .बुद्ध और नाचघर (1958), .त्रिभंगिमा (1961), .चार खेमे चौंसठ खूंटे (1962), .दो चट्टानें (1965), .बहुत दिन बीते (1967), .कटती प्रतिमाओं की आ...

निबंध प्रश्नोत्तरी

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® निबंध प्रश्नोत्तरी ® ® संकलनकर्ता- रविंद्र पुनियां ® 1.' गांधी नीति' निबंध के लेखक कौन हैं - बनारसी दास चतुर्वेदी महादेवी वर्मा जैनेंद्र √√ संपूर्णानंद 2.' हमारा देश और राष्ट्र भाषा' निबंध के रचनाकार कौन हैं महादेवी वर्मा √√ जयशंकर प्रसाद संपूर्णानंद श्यामसुंदर दास 3.' काव्य भाषा और काव्योत्तर भाषा' किस लेखक का निबंध है? नगेंद्र विद्यानिवास मिश्र √√ रामविलास शर्मा रामचंद्र शुक्ल 4. 'अनुसंधान और आलोचना' किसके निबंधों का संकलन है ? नगेंद्र √√ रामविलास शर्मा जयशंकर प्रसाद विद्यानिवास मिश्र 5. 'कालिदास की निरंकुशता' किस लेखक की रचना है? रामचंद्र शुक्ल महावीर प्रसाद द्विवेदी √√ हजारी प्रसाद द्विवेदी रामविलास शर्मा 6.' कविता हृदय को लोकमान्य भाव-भूमि पर ले जाती है' यह कथन किस निबंधकार का का निबंधकार का का है- हजारी प्रसाद द्विवेदी नगेंद्र रामचंद्र शुक्ल डॉ रामविलास शर्मा√√ 7.' साहित्य सहचर' निबंध किसका है? हजारी प्रसाद द्विवेदी √√ महावीर प्रसाद द्विवेदी बालकृष्ण भट्ट महादेवी वर्मा 8.' साहित...

भगवती चरण वर्मा

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$$ भगवतीचरण वर्मा $$ ®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनियां ®® जन्म -30 अगस्त, 1903 जन्म भूमि- उन्नाव ज़िला, उत्तर प्रदेश मृत्यु -5 अक्टूबर, 1981 विषय- उपन्यास, कहानी, कविता, संस्मरण, साहित्य आलोचना, नाटक, पत्रकार। विद्यालय -इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षा - बी.ए., एल.एल.बी. प्रसिद्धि - उपन्यासकार काल- आधुनिककाल काव्यधारा- व्यक्ति चेतना प्रधान काव्यधारा या हालावाद #रचनाएं:- #उपन्यास:- पतन (1928), चित्रलेखा (1934), तीन वर्ष, टेढे़-मेढे रास्ते (1946) अपने खिलौने (1957), भूले-बिसरे चित्र (1959), वह फिर नहीं आई, सामर्थ्य और सीमा (1962), थके पाँव, रेखा, सीधी सच्ची बातें, युवराज चूण्डा, सबहिं नचावत राम गोसाईं, (1970) प्रश्न और मरीचिका, (1973) धुप्पल, चाणक्य #कहानी-संग्रह:- मोर्चाबंदी #कविता-संग्रह:- मधुकण (1932) 'प्रेम-संगीत'(1937) 'मानव' (1940) #नाटक:- वसीहत रुपया तुम्हें खा गया #संस्मरण:- अतीत के गर्भ से ®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनियां ®® #विशेष_तथ्य:- -' मस्ती, आवेश एवं अहं ' उनकी कविताओं के केंद्र बिंदु माने जाते हैं| - उन...

® हिंदी आत्मकथा ®

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$$ हिन्दी आत्मकथा $$ ®® संकलनकर्ता-रविन्द्र पुनियां ®® हिन्‍दी आत्‍मकथा (कालक्रमानुसार) 1641 अर्द्धकथानक (ब्रजभाषा पद्य में रचित, बनारसीदास जैन) -- कुछ आप बीती कुछ जग बीती (भारतेंदु हरिश्चन्द्र) -- निज वृत्तान्त (अम्बिकादत्त व्यास) -- आत्मचरित्र राधाचरण गोस्वामी ( राधाचरण गोस्वामी) -- कल्याण मार्ग का पथिक (स्वामी श्रद्धानंद) 1910 मुझमें देव जीवन का विकास (स्‍वामी सत्‍यानन्‍द अग्निहोत्री) 1917 जीवन-चरित्र (स्‍वामी दयानन्‍द ) 1921 आपबीती (भाई परमानन्द) 1923 आत्मकथा/सत्य के प्रयोग (महात्मा गांधी, अनुवाद हरिभाऊ उपाध्याय) 1933 मैं क्रान्तिकारी कैसे बना (श्री रामविलास शुक्ल) --  राख की लपटें (पुरुषोत्तम दास टंडन) 1935 तरुण के स्‍वप्‍न (सुभाष चन्‍द्र बोस, अनुवाद गिरिशचन्द्र जोशी) 1939 प्रवासी की कहानी (आत्‍मकथा, भवानी दयाल संन्यासी), 1939 आत्म चरित्र (प्रो. अक्षय मिश्र) 1941 मेरी आत्मकहानी (श्यामसुन्दरदास), 1942  आधे रास्ते (कन्हैयालाल माणिक्यलाल मुंशी) -- मेरी असफलताएं (गुलाब राय) 1944 एक पत्रकार की आत्मकथा (मूलचन्द अग्रवाल, दैनिक विश्वामित्र के सम्पादक) 1946 स...

नगेन्द्र का जीवन परिचय

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$$$ डॉ. नगेन्द्र $$$ ®®® संकलनकर्ता-रविन्द्र पुनियां ®®® @@@ हिंदी के प्रसिद्ध कवि ,निबंधकार,आलोचक डा. नगेन्द्र की जयंति पर शत् शत् नमन @@@ जन्म-9 मार्च, 1915 जन्म भूमि-अलीगढ़, उत्तर प्रदेश मृत्यु-27 अक्टूबर, 1999 मृत्यु स्थान-नई दिल्ली कर्म-क्षेत्र -लेखक, कवि, निबन्धकार, आलोचक, प्राध्यापक #पुरस्कार-साहित्य अकादमी पुरस्कार ('रस-सिद्धांत' के लिए 1965 में) - इन्होंने 1948 ईस्वी में रीतिकाव्य की भूमिका और महाकवि देव विषय पर शोध उपाधि प्राप्त की थी| #रचनाएं:- #निबंध/आलोचना:- 1938 सुमित्रानंदन पंत (पहली आलोचनात्मक पुस्तक) 1939 साकेत: एक अध्ययन 1944विचार और विवेचन(निबंध) 1949 आधुनिक हिंदी नाटक 1949विचार और अनुभूति(निबंध) 1949 रीति काव्य की भूमिका हिंदी साहित्य का इतिहास 1951आधुनिक हिन्दी कविता की मुख्य प्रवृत्तियाँ 1955विचार और विश्लेषण (निबंध) 1957अरस्तू का काव्यशास्त्र 1961अनुसंधान और आलोचना 1962 कामायनी के अध्ययन की समस्याएं 1964रस-सिद्धांत 1966आलोचक की आस्था (निबंध) 1969आस्था के चरण (निबंध संग्रह) 1970नयी समीक्षाः नये संदर्भ 1971समस्या और समाधान 1973 ...

उपन्यासकार विद्यानिवास मिश्र का जीवन परिचय एवं रचनाएं

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$$ विद्यानिवास मिश्र $$ ®® संकलनकर्ता - रविन्द्र पुनिया ®® जन्म -28 जनवरी, 1926 जन्म भूमि- गोरखपुर, उत्तर प्रदेश मृत्यु -14 फ़रवरी, 2005 कर्म भूमि- भारत कर्म-क्षेत्र - निबन्ध लेखन। भाषा -हिन्दी विद्यालय  -'इलाहाबाद विश्वविद्यालय' प्रसिद्धि - ललित निबन्ध लेखक। #विशेष योगदान-  विद्यानिवास हिन्दी की प्रतिष्ठा हेतु सदैव संघर्षरत रहे, मॉरीशस से सूरीनाम तक अनेकों हिन्दी सम्मेलनों में मिश्र जी की उपस्थिति ने हिन्दी के संघर्ष को मजबूती प्रदान की। #रचनाएं:- #निबंध:- छितवन की छांह-1953 कदम की फूली डाल-1956 तुम चंदन हम पानी-1957 आंगन का पंछी और बंजारा मन-1963 मैंने सिल पहुंचाई-1966 वसंत आ गया पर कोई उत्कंठा नहीं -1972 मेरे राम का मुकुट भीग रहा है-1974 परंपरा बंधन नहीं -1976 कंटीले तारों के आर पार-1976 कौन तू फुलवा बीनन हारी-1980 निज सुख मुकुर-1981 भ्रमरानंद के पत्र -1981 तमाल के झरोखे से-1981 अस्मिता के लिए-1981 संचारिणी-1982 अंगद की नियति-1984 लागौ रंग हरी -1985 गाँव का मन-1985 नैरंतर्य और चुनौती-1988 भाव पुरुष श्रीकृष्ण -1990 महाभारत का काव्यार्थ अग...

उपन्यासकार राधाकृष्ण का जीवन परिचय

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$$ राधाकृष्ण $$ ®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनिया ®® जन्म- 8 सितंबर, 1910 जन्म -भूमि रांची, (झारखंड) मृत्यु -3 फ़रवरी, 1979 कर्म-क्षेत्र  -उपन्यासकार, कहानीकार, नाटककार, व्यंग्यकार, कवि भाषा -हिंदी #रचनाएं:- #उपन्यास:- फुटपाथ रूपांतर बोगस सनसनाते सपने सपने बिकाऊ हैं अल्ला कसम (अधुरा) जमीन का टुकड़ा (अधुरा) फिर फाहियान आया (अधुरा) कवि का आविर्भाव (अधुरा) #कहानी संग्रह:- रामलीला सजला गेंद और गोल गल्पिका #व्यंग्य संग्रह:- चंद्रगुप्त की तलवार #नाटक:- भारत छोड़ो बिगड़ी हुई बात #एकांकी:- अधिक अन्न उपजाओ #विशेष:- -राधाकृष्ण रांची में एक समाज कल्याण विभाग की पत्रिका के संपादक थे। इनमें चुटीले व्यंग लिखने की अद्भुत शक्ति थी। -ये प्रेमचंद के ‘हंस’ के समय से ही लिखते रहे। -राधाकृष्ण की कहानियों में देश एवं समाज की कुरीतियों पर गहरा व्यंग्य रहता है। ®® संकलनकर्ता-रविन्द्र पुनिया ®®

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राजकीय डिग्री कॉलेज असिस्टेंट प्रोफेसर परीक्षा 2013 का प्रश्न पत्र

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®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनिया ®® 1."जिन ध्वनि चिन्हों द्वारा मनुष्य परस्पर विचार विनियम करता है उसको समष्टि रूप में भाषा कहते है" भाषा की यह परिभाषा किसकी है- आचार्य देवेंद्र नाथ शर्मा डॉ. मंगलदेव शास्त्री डॉ. बाबूराम सक्सेना√√ डॉ. श्यामसुन्दर दास 2.'ण' व्यंजन है- तालव्य मूर्धन्य√√ दन्त्य दन्त्योष्ठय 3.'आ' स्वर है- विवृत√√ अर्द्धविवृत संवृत अर्द्धसंवृत 4. अक्षर अथवा अक्षरों से निर्मित सार्थक एवं स्वतंत्र ध्वनि अथवा ध्वनि समूह को कहते हैं- वर्णमाला लिपि शब्द√√ वाक्य 5. इस वाक्य से किसी के होने का बोध हो, उसे कहते हैं- विधिवाचक वाक्य√√ निषेधात्मक वाक्य आज्ञावाचक वाक्य इच्छावाचक वाक्य 6. राजभाषा आयोग के गठन का वर्ष है- 1950 1955√√ 1956 1960 7.'सर्कुलर' का हिंदी शब्द है- कार्यालय आदेश परिपत्√√र आख्या अनुस्मारक 8.'रिपोर्ताज' किस भाषा का शब्द है- अग्रेजी पालि-प्राकृत फ्रांसीसी√√ हिंदी 9. क्षेत्र विशेष में बोली जाने वाली भाषा को कहते हैं- राष्ट्रभाषा राजभाषा परिनिष्ठित भाषा बोली√√ 10. बाबूराम विष्णु पर...

UGC Net November 2017 hindi 3rd pepper

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®® UGC net November 2017 pepper ®® ®® संकलनकर्ता- रविन्द्र पुनिया ®® 1. सिद्धों में प्रचलित महामुद्रा शब्द का अभिप्राय है : (1) सिद्धि हेतु आसन का एक रूप (2) सिद्धि हेतु की जाने वाली एक क्रिया (3) सिद्धि प्राप्त हेतु स्त्री-संसर्ग ✓✓ (4) सिद्धि प्राप्त हेतु स्त्री से विरक्ति 2. जायसी के श्रृंगार में मानसिक पक्ष प्रधान है, शारीरिक गौण हैं यह कथन किस आलोचक का है : (1) रामचन्द्र शुक्ल ✓✓ (2) विजयदेवनारायण साही (3) रामपूजन तिवारी (4) श्याम मनोहर पांडेय 3. 'इसमें कोई सन्देह नहीं कि कबीर को राम नाम रामानन्द जी से ही प्राप्त हुआ पर आगे चलकर कबीर के राम रामानन्द से भिन्न हो गए'౼ यह कथन किसका है ? (1) राहुल सांकॉत्यायन (2) रामचन्द्र शुक्ल ✓✓ (3) हज़ारी प्रसाद द्विवेदी (4) माता प्रसाद गुप्त 4. विट्ठलनाथ ने वल्लभ सम्प्रदाय में किस तरह की पूजा पद्धति का समावेश किया ? (1) वालकृष्ण की उपासना (2) युगलोपासना ✓✓ (3) राधा-स्तुति (4) कान्ताभाव की उपासना 5. सचिव बैद गुरु तीनि ज्यों प्रिय बोलहिं भय आस । राज, धर्म, तन तीनि होहिं बेगिहीं नास ।। ౼यह दोहा 'रामचरितमानस'...

उपन्यास प्रश्नोत्तर

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20." पूर्ण प्रकाश चंद्रप्रभा" को हिंदी चंद्रप्रभा" को हिंदी" को हिंदी का प्रथम उपन्यास किस लेखक ने माना है- नगेंद्र गणपति चंद्रगुप्त हजारी प्रसाद द्विवेदी √√ शिवनारायण श्रीवास्तव 21." भाग्यवती 1877 (श्रद्धाराम फुलौरी)" को हिंदी का प्रथम उपन्यास किसने मांगा माना है- नगेंद्र गणपति √√ चंद्रगुप्त हजारी प्रसाद द्विवेदी शिवनारायण श्रीवास्तव 22. हिंदी का प्रथम आंचलिक उपन्यास है- मैला आंचल √√ चीवर मशाल भाग्यवती 23. हिंदी का पहला राजनीतिक उपन्यास है- निस्सहाय हिंदू चंद्रकांता प्रेमाश्रय √√ गुलबहार 24. हिंदी का प्रथम जीवन चरितात्मक उपन्यास है- श्यामा स्वप्न झांसी की रानी √√ मृग्नयनी देहाती दुनिया 25. हिंदी में जासूसी उपन्यासों के जनक हैं- किशोरीलाल गोस्वामी देवकीनंदन खत्री √√ गोपाल राम गहमरी ठाकुर जगमोहन 26. किन के उपन्यासों को पढ़ने के लिए हिंदी भाषी लोगों ने हिंदी सीखी- किशोरीलाल गोस्वामी देवकीनंदन खत्री √√ गोपाल राम गहमरी ठाकुर जगमोहन 27." शैला और मधुवन" किस उपन्यास के पात्र हैं- कंकाल तितली √√ सन्यासी नदी के द्वी...

उपन्यास प्रश्नोत्तर

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1.निम्नलिखित में से कौन सी कृति कृति महाभारत के पात्रों पर आधारित है- लहरों के राजहंस अंधायुग ✓✓ संशय की एक रात सिंदूर की होली 2.अज्ञेय के अनुसार 'तार सप्तक' का क्या अर्थ है- सात कवियों का संकलन एक ही प्रकार की भाव चेतना के तार में पिरोए सात कवियों की रचनाओं का संग्रह ✓✓ सात तारों का समूह सात विचारधाराओं का संकलन 3.'शंबूक' नामक कृति के रचयिता है के रचयिता है - जगदीश गुप्त ✓✓ अज्ञेय शमशेर कुंवर नारायण 4.'मुक्ति प्रसंग' इनमें से किन की रचना रचना की रचना रचना किन की रचना रचना की रचना रचना है- नरेंद्र मोहन चंद्रकांत देवताले कीर्ति चौधरी राजकमल चौधरी✓✓ 5.इनमें से गिरिजाकुमार माथुर की काव्य कृति है - कल्पांतर देशांतर सतपुड़ा के जंगल पश्यंति✓✓ 5. "हम लोग जैसे और बातों में अंग्रेजों की नकल करते जाते हैं उपन्यास का लिखना भी उन्हीं के दृष्टांत पर सीख रहे हैं" कथन है - रामचंद्र शुक्ल बालकृष्ण भट्ट √√ हजारी प्रसाद द्विवेदी महावीर प्रसाद द्विवेदी 6. रामचंद्र शुक्ल ने हिंदी का पहला उपन्यास माना हैं,?  भाग्यवती परीक्षा गुरु √√ रहस्य ...